ऐसा करने का क्या अधिकार है ?
क्या तुम लोहे की धधकती छड़ सिर्फ इसलिए अपने हाथ में पकड़ सकते हो क्योंकि
कोई तुम्हे ऐसा करना चाहता है ? तब , क्या तुम्हारे लिए ये सही होगा कि
तुम सिर्फ अपनी इच्छा पूरी करने के लिए दूसरों से ऐसा करने को कहो . यदि
तुम अपने शरीर या दिमाग पर दूसरों के शब्दों या कृत्यों द्वारा चोट
बर्दाश्त नहीं कर सकते हो तो तुम्हे दूसरों के साथ अपनों शब्दों या
कृत्यों द्वारा ऐसा करने का क्या अधिकार है ?
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