सच्चा प्रेम भूत की तरह है – चर्चा उसकी सब करते हैं, देखा किसी ने नहीं।
प्रेम के बिना जीवन एक ऐसे वृक्ष के समान है, जिस पर न कोई फूल हो, न फल | ~ खलील जिब्रान
एक व्यक्ति दूसरे के मन की बात जान सकता है, तो केवल सहानुभूति और प्यार से, उम्र और बुद्धि से नहीं |
अहंकार छोडे बिना सच्चा प्रेम नही किया जा सकता।
दूसरो से प्रेम करना अपने आप से प्रेम करना है
Comments
Post a Comment