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Showing posts from May, 2015

करुणा का भाव

यदि आप दूसरों को प्रसन्न देखना चाहते हैं तो करुणा का भाव रखें. यदि आप स्वयम प्रसन्न रहना चाहते हैं तो भी करुणा का भाव रखें.

प्रसन्नता

प्रसन्नता पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है..ये आप ही के कर्मों से आती है....

आज़ादी ज़रुरत

Necessity is blind until it becomes conscious. Freedom is the consciousness of necessity. In Hindi:  ज़रुरत तब तक अंधी होती है जब तक उसे होश न आ जाये . आज़ादी ज़रुरत की चेतना होती है .

साहसी

बिना  जोखिम  कुछ  नहीं  मिलता . और  जोखिम  वही  उठाते  हैं  जो  साहसी  होते  हैं .